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Key Learnings:Basics of Stock MarketFinancial MarketSecrets of Derivative
स्टॉक को खरीदने या बेचने के लिए एक अथॉराइज्ड मिडिलमैन की आवश्यकता होती है जो हमारी ओर से स्टॉक की खरीद और बिक्री करेगा।
इस अथॉराइज्ड मिडिलमैन को स्टॉकब्रोकर के रूप में जाना जाता है।
इन दिनों कोई भी ऑनलाइ अकाउंट खोल सकता है।
अब, भारत में दो प्रकार के ब्रोकर्स के बारे में चर्चा करते हैं:
1) फुल- सर्विस ब्रोकर:
इस प्रकार के ब्रोकर कई प्रकार की फाइनेंसियल सर्विस प्रदान करते हैं जैसे इन्वेस्टमेंट एडवाइस, टैक्स एडवाइस, फाइनेंसियल प्लानिंग एडवाइस, रिटायरमेंट प्लानिंग इत्यादि׀
वे ऐसे व्यक्तियों को एक्सपर्टाइज्ड सोल्यूशन देते हैं जिनके पास फुल-टाइम जॉब है और अपने इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग करने का समय नहीं है।
उनके पास आमतौर पर उनके अपने रिसर्च डिपार्टमेंट होते हैं जो विभिन्न प्रकार के इन्वेस्टमेंट टूल पर रिसर्च रिपोर्ट बनाते हैं और अपने ग्राहकों को रिकमेन्डेशन देते हैं।
उनके पास स्वयं के इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स भी होते हैं जैसे म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट इत्यादि।
इस प्रकार के ब्रोकर के कुछ उदाहरण ICICI सिक्योरिटीज, HDFC सिक्योरिटीज आदि हैं।
2) डिस्काउंट ब्रोकर
डिस्काउंट ब्रोकर केवल इन फाइनेंसियल एसेट्स के ट्रेड की सुविधा के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं और फुल सर्विस की तुलना में कम कमीशन लेते हैं।
डिस्काउंट ब्रोकर्स के उदाहरण हैं अपस्टॉक्स, जीरोधा, फ्येर्स आदि।
स्टॉक ब्रोकर प्रत्येक ट्रेड पर ब्रोकरेज चार्ज करते हैं। डिस्काउंट ब्रोकर आमतौर पर लगभग 20 रूपये चार्ज करते हैं जबकि फुल-सर्विस ब्रोकर प्रति ट्रेड लगभग 0.5% अधिक चार्ज लेते हैं।
आजकल आपकी ट्रेडिंग स्टाइल के अनुसार स्टॉकब्रोकर ढूंढना आसान है क्योंकि भारत में बहुत सारे स्टॉकब्रोकर उपलब्ध हैं।
स्टॉक ब्रोकर का चयन करते समय, किसी व्यक्ति को अपनी कॉस्ट, सर्विसेज और उनके द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के आधार पर डिस्काउंट और फुल टाइम सर्विस ब्रोकर्स के बीच सावधानीपूर्वक अध्ययन और तुलना करना चाहिए।
इन प्रकार के ब्रोकर्स को नए निवेशकों को अपनी वेबसाइट पर एजुकेशनल कंटेंट देना चाहिए ताकि वे ट्रेड करते समय शेयर बाजार के बारे में सीखते रहें।
अपने ब्रोकर का चयन करने के बाद, वह आपको ऐसे अकाउंट खोलने में गाइड करेगा, जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए आवश्यक हैं जैसे डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट और फिर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
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बुल और बेयर
03:46
Chapter 1
बुल और बेयर क्या होते है?
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सेंसेक्स और निफ़्टी
03:23
Chapter 2
सेंसेक्स और निफ़्टी क्या होते है?
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स्टॉक ब्रोकर कौन होता है
03:13
Chapter 3
स्टॉक ब्रोकर कौन होता है?
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डीमैट अकाउंट
07:56
Chapter 4
महत्पूर्ण बातें जो आपको डीमैटअकाउंट के बारे में पता होनी चाहिए
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शेयर कैसे खरीदें या बेचें
04:46
Chapter 5
भारतीय शेयर बाजार में ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें या बेचें?
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स्टॉक ट्रेडिंग फीस
05:57
Chapter 6
स्टॉक ट्रेडिंग फीस क्या होता है
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स्टॉक मार्केट जोखिम
04:36
Chapter 7
स्टॉक मार्केट से जुड़े जोखिमों को कैसे समझे?
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5 महत्वपूर्ण बातें
04:29
Chapter 8
5 महत्वपूर्ण बातें जो आपको शेयर बाजार में निवेश करने से पहले जाननी चाहिए
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शुरुआती निवेशक
04:47
Chapter 9
एक शुरुआती निवेशक स्टॉक मार्केट में निवेश करना कैसे शुरू करें?