Beginner
Watch these insightful videos and Take your 1st step into Financial Market.
Key Learnings:Basics of Stock MarketFinancial MarketSecrets of Derivative
Chapter 8
शेयर बाजार के नियामक कौन है और शेयर बाजार में उनकी भूमिकाएं क्या है?

SEBI, फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया भारतीय कैपिटल मार्केट को नियंत्रित करने वाले 3 रेगुलेटरी अथॉरिटीज हैं।
फाइनेंस मिनिस्ट्री
डिपार्टमेंट ऑफ़ इकॉनोमिक अफेयर्स (DEA) कैपिटल मार्केट सेगमेंट को मैनेज करता है। यह फाइनेंस मिनिस्ट्री के मार्गदर्शन में किया जाता है। यह स्टॉक मार्केट के कुशल विकास के लिए नियम तैयार करता है, जिसमें डेरिवेटिव, डेब्ट और इक्विटी शामिल हैं। यह निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए रूल्स और रेगुलेशन भी बनाता है। यह निम्नलिखित कानूनों के माध्यम से भारतीय कैपिटल मार्केट को नियंत्रित करता है:
1) डिपाजिटरीज़ एक्ट 1996
2) सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट (रेगुलेशन) एक्ट ऑफ़ 1956
3) SEBI एक्ट 1992
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI)
RBI एक्ट 1934 रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा निर्धारित रूल्स और पॉलिसीस को डिक्टेट करता है। इस संबंध में RBI के कार्य इस प्रकार हैं:
1) मोनेटरी और क्रेडिट पॉलिसीस का इम्प्लीमेंटेशन
2) करेंसी नोट को जारी करना
3)बैंकिंग सिस्टम रेगुलेटर
4) सरकार का बैंकर
5) पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम को मैनेज करना
6) EMA 1999 के तहत फॉरेन एक्सचेंज
7) फाइनेंसियल मार्केट का विकास करना
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (सेबी)
SEBI एक्ट 1992, SEBI के कामकाज को नियंत्रित करता है। SEBI मुख्य बॉडी है जो भारतीय स्टॉक एक्सचेंजेस को नियंत्रित करता है। सेबी के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं:
1) यह वेस्टेड इंटरेस्ट के साथ कुछ पार्टीज द्वारा प्राइस फिक्सिंग की जांच करता हैं׀
2) यह गोपनीय जानकारी के एक्सेस के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज पर अपने स्वयं के लाभ के लिए ट्रेडिंग की इललीगल प्रैक्टिस को रोकता है।
3) यह अनुचित ट्रेड प्रैक्टिस को रोकता हैं׀
4) यह एजेंटों और फाइनेंसियल प्लानर्स की ट्रेनिंग के लिए भी जिम्मेदार है।
5) यह स्टॉक एक्सचेंज की एक्टिविटी को बढ़ावा देता हैं׀
6) यह उन सभी लोगों के लिए नियम बनाने के लिए जिम्मेदार है जो फाइनेंसियल प्रोडक्ट को डिस्ट्रीब्यूट करेंगे।
7) यह स्टॉकब्रोकर, शेयर ट्रांसफर एजेंट, सब ब्रोकर्स इत्यादि की वर्किंग पर एक नज़र रखता है׀
8) यह स्टॉक एक्सचेंज के वर्किंग की जांच करता है।
SEBI ने हमारी अर्थव्यवस्था में स्कैंडल्स और स्कैम्स की कड़ी जाँच करने में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। 1990 के दशक में घोटाले बड़े पैमाने पर हुए थे। हालांकि, इतने वर्षों में अर्थव्यवस्था में घोटालों की संख्या में धीरे-धीरे कमी आई है।
तो, ये भारतीय स्टॉक मार्केट में 3 मुख्य रेगुलेटर और उनके सबंधित कार्य हैं।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद|
-
निवेश क्या होता है
05:32
Chapter 1
निवेश क्या होता है?
-
निवेश क्यों करें
04:04
Chapter 2
निवेश क्यों करें?
-
निवेश करने के तरीके
04:48
Chapter 3
निवेश करने के तरीके क्या हैं?
-
प्राइमरी वर्सेज सेकेंडरी मार्केट
02:34
Chapter 4
प्राइमरी वर्सेज सेकेंडरी मार्केट?
-
आई पी ओ क्या होता है
03:09
Chapter 5
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) क्या होता है?
-
आई पी ओ में कैसे भाग लें
04:53
Chapter 6
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में कैसे भाग लें सकते है ?
-
स्टॉक मार्केट क्या है
03:40
Chapter 7
स्टॉक मार्केट क्या है और यह कैसे काम करता है?
-
शेयर बाजार के नियामक
03:27
Chapter 8
शेयर बाजार के नियामक कौन है और शेयर बाजार में उनकी भूमिकाएं क्या है?