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Key Learnings:Basics of Stock MarketFinancial MarketSecrets of Derivative

मान लीजिये कि एक निवेशक A निवेशक B को 100 रूपये प्रत्येक शेयर की कीमत के आधार पर शेयर बेच देता हैं׀ शेयर की कीमत 120 रूपये तक बढ़ जाती हैं और निवेशक B इसे निवेशक C को बेच देता हैं׀ निवेशक C शेयरों को 120 रूपये की कीमत पर खरीद लेता हैं क्योंकि वह उम्मीद करता है कि शेयरों की कीमतों में आगे और वृद्धि होगी और यही कारण है कि वह 120 रूपये प्रति शेयर की कीमत से शेयरों को खरीद लेता हैं׀ वह क्या है जिससे निवेशक C ने पहले से यह उम्मीद की, कि कीमतें बढेंगी यह कुछ बाहरी न्यूज़, या कंपनी की फ्यूचर परफॉरमेंस के बारे में उसकी खुद की रिसर्च या गवर्नमेंट रेगुलेशन में कोई परिवर्तन जो उस कंपनी के पक्ष में हो, हो सकते हैं׀ तो यह कुछ भी हो सकता हैं׀ इसीलिए यदि अगर कंपनी भविष्य में अच्छा प्रॉफिट कमाती हैं और कीमतें बढ़कर 150 रूपये प्रति शेयर हो जाती है, तो अगर निवेशक C शेयरों को बेच देगा तो 30 रूपये प्रति शेयर का प्रॉफिट कमाएगा या वह केवल कम्पनी के आगे के ग्रोथ प्रॉस्पेक्टस के बारे में सोचते हुए वह शेयरों को होल्ड करके रख भी सकता हैं׀
तो शेयर की कीमत 100 रूपये से 150 रूपये हो गयी׀ ऐसे कई कारक हैं जो किसी कंपनी के लिए मूल्य निर्धारण में जाते हैं और यह किसी एक की व्याख्या और रिसर्च पर निर्भर करता है जो किसी पर्टिकुलर स्टॉक की डिमांड और सप्लाई की ओर जाता है। शेयर बाजारों का काम काफी हद तक मैक्रोइकॉन्मिक्स और कंपनी-विशिष्ट कारकों पर निर्भर करता है। तो आज यदि आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं, आपको न केवल उस कंपनी के आतंरिक कारक और मैनेजमेंट कंडीशन के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च करने की जरुरत हैं, बल्कि उस कंपनी की मार्केट कंडीशन और उस कंपनी को घेरे हुए बाहरी कारकों पर भी ध्यान देना होगा׀ एक स्टॉक मार्केट एक सेकेंडरी मार्केट है जो कि एक IPO के बिल्कुल विपरीत है जो कि एक प्राइमरी मार्केट हैं׀ शेयर एक निश्चित कीमत पर ख़रीदे और बेचे जाते हैं׀ किसी कंपनी के शेयरों की कीमतें कंपनी से संबंधित दोनों आतंरिक और बाहरी कारकों के द्वारा निर्धारित की जाती हैं׀
आतंरिक कारक कंपनी का मैनेजमेंट, ग्रोथ प्रोसेस, उस पर्टिकुलर कंपनी के प्रोडक्ट की डिमांड इत्यादि हो सकते हैं जबकि बाहरी कारक वे हो सकते हैं जो उस पर्टिकुलर कंपनी के लिए स्पेसिफिक नहीं हैं, लेकिन सामान्य रूप से उस सेक्टर या उस इंडस्ट्री से संबंधित होते हैं׀ किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च में दोनों बाहरी और आतंरिक कारकों को कोलेट करना याद रखें׀
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निवेश क्या होता है
05:32
Chapter 1
निवेश क्या होता है?
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निवेश क्यों करें
04:04
Chapter 2
निवेश क्यों करें?
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निवेश करने के तरीके
04:48
Chapter 3
निवेश करने के तरीके क्या हैं?
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प्राइमरी वर्सेज सेकेंडरी मार्केट
02:34
Chapter 4
प्राइमरी वर्सेज सेकेंडरी मार्केट?
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आई पी ओ क्या होता है
03:09
Chapter 5
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) क्या होता है?
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आई पी ओ में कैसे भाग लें
04:53
Chapter 6
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में कैसे भाग लें सकते है ?
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स्टॉक मार्केट क्या है
03:40
Chapter 7
स्टॉक मार्केट क्या है और यह कैसे काम करता है?
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शेयर बाजार के नियामक
03:27
Chapter 8
शेयर बाजार के नियामक कौन है और शेयर बाजार में उनकी भूमिकाएं क्या है?