Intermediate
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Key Learnings:Basics of Stock MarketFinancial Market
Chapter 2
स्टॉक ट्रेडिंग और स्टॉक इन्वेस्टिंग के बीच अंतर क्या है?

पहला, उद्देश्य है – एक ट्रेडर का उद्देश्य दैनिक, साप्ताहिक अथवा मासिक आधार पर रिटर्न उत्पन्न करने के लिए सक्रिय रूप से शेयरों की खरीदी और बिक्री करना हैं׀ जबकि, एक निवेशक का उद्देश्य लम्बे समय के लिए निवेश (शेयरों) को होल्ड करके धन अर्जित करना है׀
दूसरा, अवधि या टाइम पीरियड, ट्रेडिंग छोटी अवधि में शेयरों की खरीदी और बिक्री से संबंधित है׀ जबकि, लम्बी अवधि में धन अर्जित करने के लिए, निवेश, स्टॉक को लम्बी अवधि (आमतौर पर 3 से 5 वर्ष या इससे भी अधिक) तक होल्ड करने से संबंधित है׀
तीसरा, मार्केट में उतार-चढ़ाव, एक ट्रेडर प्राइस मूवमेंट में शॉर्ट टर्म केलिए मार्केट में उत्तर-चढ़ाव की तलाश करेगा ताकि उससे लाभ कमाया जा सके׀ वहीं दूसरी ओर, एक निवेशक को शॉर्ट टर्म के लिए मार्केट में उत्तर-चढ़ाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा׀
चौथा, एंट्री एग्जिट पॉइंट, इन पॉइंट्स से अधिकतम प्रॉफिट प्राप्त करने के लिए ट्रेडर्स मार्केट में एंट्री और एग्जिट पॉइंट को मार्क करते हैं׀ जबकि, एक निवेशक मार्केट को टाइम से नहीं बांधता׀ वे कंपनी के लॉन्ग टर्म के भविष्य की संभावनाओं के बारे में चिंतित रहते हैं जो कैपिटल बढ़ोतरी की ओर ले जाएगी׀
पांचवां अंतर, रिस्क, ट्रेडिंग में उच्च स्तर का रिस्क शामिल होता है क्योंकि इसमें सक्रिय रूप से खरीदी और बिक्री होती हैं׀ छोटी-छोटी गलतियों से बड़े परिणाम मिल सकते हैं׀ वहीं दूसरी ओर निवेश एक टाइम पीरियड में धन अर्जित करता है लेकिन पूरे रिस्क फैक्टर को समाप्त नहीं करता׀
तो, यहाँ तक, आप जान चुके होंगे कि कैसे ट्रेडिंग एक शॉर्ट टर्म इवेंट है जबकि निवेश एक लॉन्ग-टर्म इवेंट हैं׀
संक्षेप में, हम यह कह सकते हैं कि ट्रेडिंग शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज और विभिन्न टेक्निकल टूल का उपयोग करके लिक्विड, या हेविली-ट्रेडेड करेंसी या स्टॉक में छोटे प्राइस मूवमेंट से प्रॉफिट कमाने के साथ मार्केट की टाइमिंग करना है׀ ऐसा सामान्य रूप से शॉर्ट टर्म लाभ उत्पन्न करने के लिए किया जाता है׀ उदाहरण के लिए, राकेश झुनझुनवाला शुरुआत में एक ट्रेडर थे जो वास्तव में उनका कैपिटल स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके बनाते थे׀ अब वे इस कैपिटल को स्टॉक में निवेश करने के लिए उपयोग करते हैं׀ वे अभी भी ट्रेड करते हैं जब भी उन्हें प्रॉफिट कमाने के लिए मार्केट में किसी प्रकार का कोई अवसर मिलता हैं लेकिन वे अपने लॉन्ग-टर्म के लिए धन अर्जित करने के लिए अच्छे फण्डामेंटल वाली अच्छी कंपनियों की खोज भी करते रहते हैं׀ हम सभी वॉरेन बफे को तो जानते ही हैं जिन्होंने अपनी सम्पूर्ण संपत्ति लॉन्ग टाइम पीरियड में निवेश करके बनाई हैं׀ तो इन अंतरों से हम यह समझते अहिं कि, ट्रेडिंग शॉर्ट टर्म रिटर्न उत्पन्न करने में सहायक है लेकिन निवेश किसी को लॉन्ग-टर्म होराइजन में कंपनी के फण्डामेंटल पर पूरी तरह से स्पष्टता प्राप्त कर लेने के बाद उसमें निवेशित रहने से धन अर्जित करने में सहायक हैं׀
विडियो देखने के लिए धन्यवाद׀
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पावर ऑफ़ कम्पाउंडिंग
04:10
Chapter 1
पावर ऑफ़ कम्पाउंडिंग क्या होता है?
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स्टॉक ट्रेडिंग और स्टॉक इन्वेस्टिंग
04:38
Chapter 2
स्टॉक ट्रेडिंग और स्टॉक इन्वेस्टिंग के बीच अंतर क्या है?
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लॉन्ग या शॉर्ट
04:31
Chapter 3
लॉन्ग या शॉर्ट जाने का स्टॉक मार्किट में क्या मतलब है?
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इंडेक्सेशन क्या होता है
04:43
Chapter 4
इंडेक्सेशन क्या होता है?
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शार्ट टर्म कैपिटल गेन
04:17
Chapter 5
शार्ट टर्म कैपिटल गेन क्या होता है?
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लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन
04:44
Chapter 6
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन क्या होता है?
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वैल्थ क्रिएशन का महत्व
04:43
Chapter 7
वैल्थ क्रिएशन का महत्व